वैशाली के दर्शनीय स्थल

वैशाली को गणराज्य के रूप में 6 वी शताब्दी इसवी पूर्व तक गौतम बुद्ध तक के जन्म से पहले 563 में स्थापित किया गया था, जिससे यह विश्व का पहला गणतंत्र बना। वैशाली में अनेक ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है, जिसको जानने के लिए और देखने के लिए विदेशी सैलानी भी आते है। पिछले जैन ” तीर्थकरा भगवान महावीर के जन्म स्थान होने के नाते, वैशाली को इतिहास में एक विशेष स्थान दिया गया था।

तो आइए इस लेख के माध्यम से वैशाली विश्व का प्रथम गणतंत्र, भगवान महावीर का जन्म स्थान, बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का कर्म स्थली,  वैशाली से विशेष लगाव सबकुछ वैशाली के बारे में विस्तृत जानते है?

वैशाली को विश्व का पहला जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि बुलाने का सौभाग्य प्राप्त

ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार वैशाली में ही विश्व का सबसे पहला गणतंत्र यानी ” रिपब्लिक” कायम किया गया था। लगभग छठी शताब्दी ईसा पूर्व में यहां के शासक जनता के प्रतिनिधियों द्वारा चुना जाने लगा और गणतंत्र की शुरुवात हुई। विश्व को सर्वप्रथम गणतंत्र का ज्ञान कराने वाला स्थान वैशाली ही है।

वैशाली के प्रमुख दर्शनीय स्थ

1.अशोक स्तंभ

सम्राट अशोक ने वैशाली में हुए महात्मा बुद्ध के अंतिम उपदेश की याद में वैशाली में कोलहुआ के निकट आनंद स्तूप के पास अशोक स्तंभ की स्थापना की। अशोक स्तंभ को स्थानीय लोग इसे भीमसेन की लाठी कहते है।
2.भगवान महावीर की जन्म स्थली

बिहार जैनियों के लिए एक पवित्र स्थान है, क्योंकि जैनियों के अंतिम तीर्थंकर का जन्म यही हुआ था। बिहार के कुछ जैन तीर्थ स्थलों की यात्रा भगवान महावीर के जीवन के और यात्रा के बारे में एक दृश्य प्रस्तुत करती है।

वैशाली पटना से एक घंटे की दूरी पर बसा हुआ है। और मुजफ्फरपुर शहर  से 45 से 50 किलोमीटर की दूरी पर बसा है। या यूं कहे तो मुजफ्फरपुर शहर में ही बसा हुआ है। वैशाली में बौद्ध धर्म को मानने वाले विभिन्न देशों जैसे; श्रीलंका, तिब्बत, चीन, और भारत से भी अधिक के संख्या में सैलानी आते है।  वैशाली में ही जैन धर्म के संस्थापक भगवान महावीर का जन्मस्थान है। भगवान महावीर का जन्मस्थान कुंडग्राम है, यह स्थान मुजफ्फरपुर के सरैया प्रखंड के नजदीक है। इतना ऐतिहासिक जगह होने के बावजूद भी इसे सहेजा नही गया है।

3. विश्व शांति स्तूप

विश्व शांति स्तूप (शांति स्तंभ), जो की वैशाली के मुख्य आकर्षण केंद्र है। यह स्थान वैशाली के सभी पर्यटन स्थल के केंद्र में मिल जाएगा। विश्व शांति स्तूप को भगवान बुद्ध के शांति का संदेश देने के लिए अनेक जगह स्थापित किया गया है। विशाल सफेद स्तूप शांति का अहसास कराता है, मानो भगवान बुद्ध आज भी बैठकर शांति का उपदेश दे रहे है। यह स्तूप जापान के सहयोग से बनाया गया है।

4. राजा विशाल गढ़

वैशाली में राजा विशाल का गढ़ एक जबरदस्त पहाड़ी है, कहा जाता है, की इस इस पहाड़ी का विशाल चरण राजा विशाल की संसद थी। यह जगह एक बार में 7000 लोगो जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि की बैठने की क्षमता थी। कहा जाता है, की राजा विशाल की गढ़ विश्व की सबसे पुरानी संसद थी। यहां एक विशाल और भव्य भवन था। जो की अब खढहर बन चुका है।

5. चौमुखी महादेव मंदिर वैशाली

हाजीपुर जिले के वैशाली गांव में चौमुखी महादेव , एक ऐतिहासिक मंदिर है, जो वैशाली गढ़, बिहार, से लगभग 2 किलोमीटर पूर्व में स्थित है, मंदिर में चार भगवान चेहरे वाला  शिवलिंग है, ब्रह्मा , विष्णु ,महेश , और सूर्य है।

चौमुखी महादेव मंदिर बिहार के वैशाली जिले के कम्मान छपरा में स्थित है यह चौथी शताब्दी का मंदिर है, जो हिंदू भगवान शिव शम्भू को समर्पित है। इस मंदिर के आकर्षण का केंद्र शिव के चार मुख है, इसे काले बेसाल्ट पत्थर से बनाया गया है, इसे “चौमुखी” महादेव” कहा जाता है, जिसे एक जलाशय खोदने के दौरान खोजा गया था।

वैशाली संग्रहालय ( Vaishali Museum)

वैशाली म्यूजियम वैशाली के दर्शनीय स्थल में से एक है, आप कभी भी वैशाली आए तो अपने ट्रिप में जरूर शामिल करे। इसे पुरातत्व विभाग द्वारा 1971 में बनाया गया था। इसके बनाने के पीछे का उद्देश्य प्राचीन काल में में खुदाई के दौरान मिले प्राचीन प्राचीन वस्तुओं को प्रदर्शित करना था ताकि आने वाली पीढ़ी उसे देख सकें। यह संग्रहालय पाल काल से संबंधित भगवान बुद्ध की प्राचीन मूर्ति को प्रदर्शित करता है। ऐसे तो खुदाई में यहां अनेक बेशकीमती चीज़े मिली है, जिसे स्थानीय लोग के हाथो लग गई थी।

इस वैशाली के संग्रहालय में बहुत से ऐसे बेशकीमती प्राचीन वस्तुएं मौजूद है, जो की भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले लोगो द्वारा दी गई है, संग्रहालय में 2000 से अधिक प्राचीन वस्तुएं है, जो की मध्ययुगीन संस्कृति, मौर्य, गुप्त कुषाण और सांगा संस्कृति युगीन है। तो एक बार आप वैशाली जाए तो संग्रहालय जरूर अपने ट्रिप में शामिल करे।

कैसे पहुंचे वैशाली

हाजीपुर ( वैशाली) पटना से नजदीक होने के कारण भारत के सभी राज्य से जुड़ा हुआ है, नजदीकी एयरपोर्ट Jayprakash Narayan International Airport, patna है। जहां से सभी राज्य के लिए उड़ाने है। हाजीपुर जंक्शन, पटना जंक्शन और मुजफ्फरपुर जंक्शन से भी वैशाली कनेक्टेड है। पटना से वैशाली के लिए समय- समय पर बसे भी खुलती है।

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